Saturday 13 July 2013

मैं कौन हूँ

  सारी  जिन्दगी निकल जाती है , या तो कोई ये सवाल पूछता नहीं है
और अगर पूछता भी है तो  सारी उम्र  लग जाती है जवाब ढूडने में

मै क्यों जिए जा रहा
मैं सांस लिए जा रहा
क्यों बेवजह ही मैं यहाँ
जिन्दगी बिता रहा
मैं कौन हूँ,मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ, मैं कौन हूँ

जन्म क्यों हुआ मेरा
और लक्ष्य क्या है मेरा
बिन मंजिल के सफ़र पे मैं
क्यों बढा जा रहा
मैं कौन हूँ,मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ, मैं कौन हूँ

जिन्दगी मशीन सी
 है हुई जा रही
आइने के शख्स की
पहचान ही न रही
एकांत में यही प्रश्न
है  मुझे अब खा रहा
मैं कौन हूँ,मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ, मैं कौन हूँ



और  जिनको जवाब  मिल जाता है, वो किसी को समझा नहीं सकते .....
 

Sunday 7 April 2013

दिल चाहता है

जल  का अनल का ,न किसी महल  का
मुझे चाहिए बस प्यार दो पल का
ईश वंदना के लिए श्रद्धा से जो तुम लाये
ग्रास मुझे दे दो बस उस नारियल का

मेह का मम कम है नेह की नमी से
हो गया दिल बंजर देखो नेह की कमी से
तो नेह के मह जो खुद ताप के है देता
जल मुझे दे दो भैया उस सागर का

गुण को गुनो चाहे चर का अचर का
बन तू सुधाधर, मत विषधर सा
पर पे जो मर के अमर  हो जाए भाई
मुझे भी बना दो प्रभु उस गुणधर सा

मन दर्पण में जो  दिख जाएँ  भगवन
कर मन अर्पण , उनको तत्क्षण
अर्पण मन दर्पण कर तत्क्षण
कर जीवंत हर पल जीवन का


 

Wednesday 20 March 2013

Aaj ka Vichar

आँख दे ऐ खुदा ,जो देखे सब में देखे भला ॥
कर सकू मैं माफ़ और दिल में प्यार हो भरा ॥

दीनदयाल ने दिया तुझे,बाँट  दीन  के साथ ॥
 अंतर्मन पुलकित रहे,बरकत हो दिन रात ॥


 

Sunday 17 March 2013

पांच पाप


हिंसा
तन से न आघात दे ,वचन से न दे पीर ॥
मन से हिंसा त्याग दे,वचन कहें महावीर ॥

झूठ
झूठ  सदा बोलत रहे  ,सच्ची बात छुपाय  ॥
तू पहले सच बोल दे,कोई और न कह जाय ॥

चोरी
चोरी करके बाबरा ,पर धन जितना खाए ॥
उसका बंधू कई गुना , घाटे में चुक जाए ॥

कुशील
देख पराई  नार को,मन न होय मलीन ॥
दीप शील का जला रहे,कृपा करो महावीर ॥

परिग्रह 
भले जरुरत न रही,फिर भी हैं ले आय ॥
रे परिग्रही बाबरे ,काम सभी न आय ॥
 

Wednesday 13 March 2013

Being Unique

जग में लोग अनेक है , हर में है गुण दोष ॥
तुलना करना व्यर्थ है, खुद से कर संतोष ॥

गाँधी न थे भगत  सम ,कान्हा न सम राम ॥
कोई किसी के सम नहीं ,सबकी अपनी पहचान ॥

मोल करे न खुद का जब तक  ,मोल करें न और ॥
मोल जो खुद का कर लिया,हर कोई लेवे ठौर ॥

देख पराये सफ़र को,मन  तू क्यों घबराय  ॥
सफ़र तेरा कुछ और है,अलग  तेरी है  राह ॥

राम तुम्हारी दुनिया में,भांति भांति के  लोग ॥
दो बराबर मिल गए ,गजब कहूँ संजोग ॥








 

Sunday 10 March 2013

Happy BirthDay


                             
                   Connected
        through                heart
        we share
                 this journey
                                 and will
                                       always
                                           share
  ####                      with pure
   love and for all eternity


Shape Poem making "S" for Sweeti

Sunday 3 March 2013

Mere Dohe


दोहे 

विपिन क्रोध अंगार सम ,मन में राखो नाहि ॥
दूजा हत बाद में होवे , पहले हाथ जल जाहि ॥

जग में रहकर  जग का ही ,करने  लगे हैं   घात  ॥
क्या ढाई आखर प्रेम के ,समझ कोई नहि पात  ॥

बदल  बदल के पींजरा , पंछी सीखत पाठ ॥
पाठ सीख पंछी कहीं , दूर गगन उड़ जात ॥

विचार से बना है आज ,कल भी है ये विचार ॥
विचार से बना तेरा जग,कर भी ले ये विचार ॥


(दोहा मीटर  ->१३ -११ ,पहले और तीसरे चरण में १ ३ मात्राए ,दूसरे और चोथे चरण में १ १ )





 

Sunday 17 February 2013

Oh My Love

My Valentine poem.......


So compelling,so beautiful and so deep
Your blissful look raises my heartbeat

When you smile and look in my eyes
My being flies up in the skies

When a sweet smile embraces your face
That look I always cherish for days

Resting in my heart are the feelings of love
I don't know when they will surface above

Your voice wakes sweet spot of my mind
Makes me lighter ,starts music behind

Lets share LOVE and lets be together
Lets be together forever and ever

Read my poetries at allpoetry.

Thursday 24 January 2013

MY GHAZAL

Teri ishq ki raho k mushafir na bane hum
Tera pyar pane k khatir na mare hum
Bahut tang tha jo tu ne diya dil ka kona
Kai koshishe ki par dekh akhir na bane hum

Pahle kya kam the hamare dil k tukde
Kanch ka zaam tere hatho me jaa phir na bane hum

Kuch waqt ka hi tha tera mera sath sanam....
Jindgi ke safar me humsafar na bane hum

Kya kya na kiya tere pyar ke kabil banne ko
Ab kisi ke pyar ke kabil na rahe hum

GOD IS LIGHT

Oh light oh light
Everywhere u are
Yet out of my sight
Oh light oh light

Present in the silence,absent in noise
You are glowing somewhere deep inside
Oh light oh light...

You are wonderful you are bright
You are love you are delight
Oh light oh light...

You are divine you are the might
When you surface, my being arise
Oh light oh light...

When you appear,darkness demise
Knowledge flows,wisdom arise
Oh light oh light...